परिवर्तन रैली का पलीता निकालने में जुटे भाजपा के स्थानीय भामाशाह

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"प्रतापगढ़ के सांसद कुंवर हरिवंश सिंह व नगरपालिका अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह नगर पालिका में रणनीति बनाते "
प्रदेश में परिवर्तन रैली का आगाज़ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह व देश के प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी जी की संगम नगरी से हो रहा है। अभी तक रैली का नाम "जन संगम में" के नाम से हो रही थी, जिसे बदल कर परिवर्तन रैली किया गया है। भाजपा के ये दोनों दिग्गज प्रदेश में परिवर्तन लाना चाह रहे हैं, परन्तु भाजपा के नेता अपने में परिवर्तन करने के लिए राजी नहीं हैं।
हफ्ते भर से प्रतापगढ़ के भाजपाईयों के बीच कटायुद्ध पार्टी के भीतर शुरु है,जो थमने का नाम नहीं ले रहा है। सब अपने - अपने जुगत में जोड़ - तोड़ में लगे हैं। पार्टी के भीतर का द्वन्द तो देखने लायक है। प्रतापगढ़ में भाजपाई कई खेमे में बंटे हुए हैं। परन्तु सभी संभावित उम्मीदवार 272+ का दम्भ भरने से पीछे नहीं हैं। जो स्थिति प्रतापगढ़ में चल रही है, उससे तो प्रतापगढ़ में सभी सातों सीटों पर सूपड़ा साफ़ होता नजर आ रहा है।
सदर विधान सभा की बात करें तो नपा अध्यक्ष श्री हरि प्रताप सिंह जी प्रतापगढ़ के सांसद कुंवर हरिवंश सिंह के साथ लगे हैं। संयुक्त प्रेस और नगर पालिका के कार्यक्रम में बने रहना । दूसरे उम्मीदवार बसपा से गड़वारा के बिधायक रहे श्री बृजेश सौरभ जी, जो अकेले ही प्रदेश के नेताओं और राष्ट्रीय नेताओं से मिलकर अपनी उम्मीदवारी पक्की मान रहे हैं। यानि जिला संगठन गया तेल लेने। जबकि संगम लाल गुप्ता और राकेश सिंह जिलाध्यक्ष सहित राष्ट्रीय नेतृत्व पर अपनी नज़र गड़ाए हुए हैं ।
कल जनपद में केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी जी का प्रोग्राम है। उसमें भी खूब खींचतान चल रही है। एक दूसरे की पोल खोल की बाज़ीगरी चालू है। वीआईपी सूची में नाम किसका होगा,किसका नहीं होगा...? इस पर भी खूब तकरार हुआ। ये सब राजनीतिक अहमियत की वजह से होता है। साथ ही सबके अपने - अपने स्वार्थ होते हैं, स्वार्थ सिद्धि में ही अहम् का टकराव शुरू होता है। प्रतापगढ़ में भी भाजपाइयों में स्वार्थ सिद्धि का खेल शुरू हो चुका है। कमोवेश यही स्थिति प्रतापगढ़ की सभी बिधान सभाओं की है। राजनीति इतनी गन्दी हो चुकी है, जिसका वर्णन कर पाना मुश्किल है...!!!
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