टिकट न मिलने की दशा में बदल सकती है उनकी आस्था....!!!
भाजपा के कई उम्मीदवार इस ताक में हैं कि सूबे में आगामी विधानसभा चुनाव में यदि भाजपा और अपना दल का गठबंधन हुआ तो उनकी आस्था और श्रद्धा बदल सकती है...!!! कई उम्मीदवार तो एक स्थान से अधिक क्षेत्रों से अपनी उम्मीदवारी भी माँगने से पीछे नहीं हैं ....!!!
भाजपा में ऐसे उम्म्मीदवार भी हैं जो भाजपा के कार्यक्रमों के अलावा अपना दल के कार्यक्रमों में अपनी भागीदारी करते नजर आ रहे हैं....!!! इसके पीछे का तर्क है कि यदि भाजपा प्रतापगढ़ "सदर'', पट्टी, रानीगंज और विश्वनाथगंज में अपना दल से गठबंधन किया तो चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले कई उम्मीदवार ऐन वक्त पर पार्टी को लात मारकर टिकट देने वाले दल में अपनी आस्था की डुबकी लगाने से नहीं चूकेंगे....!!! इसके लिए अभी से जुआड़ का सहारा लिया जा रहा है...!!!
इनका भी कहना सही है कि जो सक्रिय राजनीति से दूर हुआ तो वो कभी भी राजनीति की मुख्य धारा में अपने को नहीं ला सकता....!!! इसलिए राजनीति की मुख्य धारा में बने रहने के लिए किसी भी दल से टिकट तो चाहिए...!!! इन्हें डर इस बात का है कि कहीं लोक सभा की तरह टिकट अपना दल के खाते में न चला जाए और उन्हें 5 साल के लिए राजनीतिक विकलांगता का शिकार होना पड़े ...!!!
पूर्व विधायक श्री राजेन्द्र प्रताप उर्फ़ मोती सिंह जितनी बार कुंवर हरिवंश सिंह को देखते होंगे, उन्हें इस बात का अहसास होता होगा कि इसने मेरी परोसी हुई थाली को चट कर गया....!!! बात में वजन भी है...!!! इसी डर से चारों विधानसभा के उम्मीदवारों द्वारा श्री हाथ लग गई,परन्तु उसके बाद हुए विधानसभा के निर्वाचन में वर्ष 2007 और वर्ष 2012 में श्री हरि प्रताप सिंह को असफलता ही हाथ लगी और तीसरे नंबर पर रह गए...!!!
इस बार भाजपा ने एक सूत्र टिकट बाटने के लिए तैयार किया है...!!! सूत्र के मुताविक भाजपा अपना दांव उसी उम्मीदवार पर लगाने के लिए तैयार है, जो जिताऊ हो....!!! लगातार दो बार हारे और दो नंबर के बाद मत प्राप्त ब्यक्ति को टिकट न देने का फैसला किया है...!!! इसी से चिंतित श्री हरि प्रताप सिंह नए- नए दांव आजमा रहे हैं....!!!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें