केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ दिल्ली के CMअरविन्द केजरीवाल...
जी हां..., दिल्ली में केजरीवाल की तुगलकी नीतियों के औरंगजेबी क्रियान्वयन के खिलाफ चट्टान बनकर संघर्ष करने वाले IAS अफसरों को केंद्र ने अब कालापानी भेजना प्रारम्भ किया है. नयी पीढ़ी सम्भवतः अनभिज्ञ हो, इसलिए उल्लेख आवश्यक है कि, देशभक्त स्वतंत्रता सेनानियों को अंग्रेज़ शासकों द्वारा दी जानेवाली सर्वाधिक कठोर सज़ा कालापानी का कारावास ही होती थी और उस समय जिसे कालापानी कहा जाता था उसे ही आज अंडमान कहा जाता है. प्रशासनिक हलकों में सुदूर उत्तरपूर्व और इस पोस्टिंग को दण्ड के रूप में ही देखा जाता है. अब आते हैं मुद्दे पर. दिल्ली के ACB चीफ मुकेश कुमार मीणा का ट्रांसफर अंडमान कर दिया गया है....!!!
दिल्ली के चीफ सक्रेटरी की नियुक्ति में केजरी की अराजक मनमानी के खिलाफ अडिग रहे वरिष्ठतम IAS अनिंदो मजूमदार का ट्रांसफर अंडमान कर दिया गया है. दिल्ली के VAT कमिश्नर संजीव खैरवार का ट्रांसफर अंडमान कर दिया गया है. इनके अलावा दिल्ली में केजरीवाल की करतूतों के खिलाफ साहस के साथ खड़े होने वाले दिल्ली के वरिष्ठ IAS अधिकारी अरविन्द रे, गीतांजलि गुप्ता कुंद्रा को दिल्ली से हज़ारो किलोमीटर दूर मिजोरम तथा दिल्ली की कार्यवाहक चीफ सेक्रेटरी के रूप में केजरीवाल को देश के संविधान का पाठ कठोरता से पढ़ाने सिखाने के लिए विख्यात हुई शकुंतला गैमलिन और जीतेन्द्र नारायण को भी दिल्ली से हज़ारों किलोमीटर दूर अरुणाचल प्रदेश भेज दिया गया है....!!!
जी हां....., केजरीवाल की निरंकुशता अराजकता को उपरोक्त सुरक्षा कवच कोई और नहीं बल्कि केंद्र की भाजपाई सरकार ही दे रही है. केजरीवाल को इतने प्यार दुलार और लाड़ से गले लगाने वाली सरकार ने क्या श्रीनगर के NIT में तिरंगा लहराने, भारत माता की जय का नारा लगाने पर पुलिस की लाठियों से खून से नहलाये गए छात्रों को भी इसी तरह गले लगाया था.? इसका जवाब बहुत साफ़ और शर्मनाक है, जिसे हम आप सब जानते हैं.....!!!
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