मुस्लिम मतों में बिखराव पर ही टिकी है आस....!!!
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक अंतिम तीन घंटे में इतनी जबर्दस्त वोटिंग हुई कि मुसलिम बहुल क्षेत्र में मतदान का आंकड़ा 90 फीसदी को पार कर गया। पार्टी को डर है कि कहीं अंतिम समय में मुस्लिम मतदाता भाजपा को हराने की नीयत से तो इतनी बड़ी संख्या में बाहर नहीं निकले।
पार्टी के रणनीतिकार मानते हैं कि अगर अजमल की पार्टी मुस्लिम मतों में ठीक ठाक बंटवारा नहीं कर पाई तो भाजपा गठबंधन बहुमत का आंकड़ा नहीं छू पाएगा। क्योंकि राज्य की करीब करीब 50 फीसदी विधानसभा सीटें मुस्लिम बहुल हैं।
भाजपा की चिंता का एक बड़ा कारण अंतिम चरण के मतदान के बाद कांग्रेसी खेमे में छाई चुप्पी भी है। पहले चरण के मतदान के बाद राज्य कांग्रेस के कई नेताओं की ओर से पार्टी के प्रदर्शन के संदर्भ में निराशाजनक बयान आए थे। मगर अंतिम चरण के बाद कांग्रेसी खेमे में भी चुप्पी है। भाजपा रणनीतिकारों का मानना है कि कांग्रेस भी अंतिम चरण में ताबड़तोड़ वोटिंग का कारण तलाशने में जुटी है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें