1998 में वाजपेयी सरकार गिराने वाले, आंबेडकर की जीवनी लिखने वाले को BJP ने बनाया राज्यसभा सांसद....!!!
सुब्रमण्यम स्वामी, नरेंद्र जाधव, नवजोत सिंह सिद्धू, मलयालम अभिनेता सुरेश गोपी, पत्रकार स्वप्न दासगुप्ता और मुक्केबाज मैरी कॉम को राज्यसभा के मनोनीत किया गया है। जानिए, राज्यसभा के लिए मनोनीत की गई इन 6 हस्तियों के बारे में। नरेंद्र मोदी सरकार ने 1998 में वाजपेयी सरकार गिराने वाले सुब्रमण्यम स्वामी और आंबेडकर की जीवनी लिखने वाले नरेंद्र जाधव सहित छह लोगों को राज्यसभा के मनोनीत किया है। स्वामी और जाधव के अलावा अन्य लोगों में नवजोत सिंह सिद्धू, मलयालम अभिनेता सुरेश गोपी, पत्रकार स्वप्न दासगुप्ता और मुक्केबाज मैरी कॉम शामिल हैं। राज्यसभा में 12 मनोनीत सदस्य होते हैं, जिसमें से सात सीटें खाली थीं। इन सात सीटों में से छह सीटों के लिए नामों की घोषणा कर दी गई है। ऐसे में हम आपको बता रहें राज्यसभा के लिए मनोनीत की गई 6 हस्तियों के बारे में…!!!
सुब्रमण्यम स्वामी, नरेंद्र जाधव, नवजोत सिंह सिद्धू, मलयालम अभिनेता सुरेश गोपी, पत्रकार स्वप्न दासगुप्ता और मुक्केबाज मैरी कॉम को राज्यसभा के मनोनीत किया गया है। जानिए, राज्यसभा के लिए मनोनीत की गई इन 6 हस्तियों के बारे में। नरेंद्र मोदी सरकार ने 1998 में वाजपेयी सरकार गिराने वाले सुब्रमण्यम स्वामी और आंबेडकर की जीवनी लिखने वाले नरेंद्र जाधव सहित छह लोगों को राज्यसभा के मनोनीत किया है। स्वामी और जाधव के अलावा अन्य लोगों में नवजोत सिंह सिद्धू, मलयालम अभिनेता सुरेश गोपी, पत्रकार स्वप्न दासगुप्ता और मुक्केबाज मैरी कॉम शामिल हैं। राज्यसभा में 12 मनोनीत सदस्य होते हैं, जिसमें से सात सीटें खाली थीं। इन सात सीटों में से छह सीटों के लिए नामों की घोषणा कर दी गई है। ऐसे में हम आपको बता रहें राज्यसभा के लिए मनोनीत की गई 6 हस्तियों के बारे में…!!!
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी और अर्थशास्त्री नरेंद्र जाधव
सुब्रमण्यम स्वामी : हावर्ड यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त अर्थशास्त्री सुब्रमण्यम स्वामी (66) केंद्रीय वाणिज्य एवं कानून मंत्री रह चुके हैं। वह योजना आयोग के सदस्य रह चुके हैं। नेहरू-गांधी परिवार के धुर विरोधी माने जाने वाले स्वामी 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के याचिकाकर्ताओं में से एक थे। अभी वे सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड का केस लड़ रहे हैं। आरएसएस के समर्थन के साथ स्वामी ने साल 2013 में भाजपा ज्वाइन की थी, हालांकि, पार्टी के भीतर उनका विरोध हुआ था। युवा, तेज, मुखर और हार्वर्ड से शिक्षित स्वामी को जनसंघ परिवार के भीतर प्रधानमंत्री सामग्री के रूप में देखा जाता था, इसी वजह से उनकी जनसंघ परिवार के अन्य नेता अटल बिहारी वाजपेयी से नहीं बनती थी। लेकिन वे धैर्य रखते हुए भाजपा के साथ बन रहे।
हालांकि, उन्होंने बाद में जनता परिवार के साथ जाने का फैसला किया। वे 1977, 1980 और 1988 में लोकसभा के लिए चुने गए और 1998 में बतौर राज्यसभा सदस्य मनोनीत हुए। स्वामी चंद्र शेखर सरकार के दौरान मंत्री भी रहे। उन्होंने कर्नाटक में फोन टेपिंग मामले पर रामाकृष्णा हेगड़े सरकार को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया था। स्वामी वहीं शख्स हैं जिन्होंने 1998 में जयललिता और कांग्रेस को साथ लाकर वाजपेयी सरकार गिरा दी थी। नरेंद्र जाधव: 62 साल के जाधव अर्थशास्त्री हैं। वह यूपीए सरकार के शासनकाल में 2010 से 2014 तक सोनिया गांधी की अगुवाई वाली एनएसी के सदस्य थे और 2009 से 2014 तक योजना आयोग के सदस्य भी रहे हैं। जाधव पुणे विश्वविद्यालय के कुलपति के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के करीबी लोगों में से एक हैं। जाधव मराठी, अंग्रेजी एवं हिंदी के अच्छे लेखक हैं। महाराष्ट्र के रहने वाले जाधव ने करीब तीन दर्जन किताबें अंग्रेजी, हिंदी और मराठी भाषा में लिखी हैं। उन्होंने बीआर अंबेडकर की जीवनी भी लिखी है।
नवजोत सिंह सिद्धू: क्रिकेटर रहे सिद्धू अमृतसर से तीन बार भाजपा के लोकसभा सांसद रह चुके हैं। उन्हें संभवत: इस वजह से मनोनीत किया गया है कि वह आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल न हो जाएं। ऐसी खबरें आ रही थीं कि ‘आप’ उन्हें 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने की योजना बना रही है। 52 साल के सिद्धू ने 2014 के लोकसभा चुनाव में अमृतसर से खुद न लड़कर वित्त मंत्री अरूण जेटली को उम्मीदवार बनाने में पार्टी की मदद की थी। लेकिन, जेटली चुनाव हार गए थे। स्वप्न दासगुप्ता: स्वप्न दासगुप्ता वरिष्ठ पत्रकार हैं और वह इंडियन एक्सप्रेस, दि स्टेट्समैन, टाइम्स ऑफ इंडिया और इंडिया टुडे सहित कई मीडिया संगठनों में विभिन्न संपादकीय पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। 60 साल के दासगुप्ता की पहचान भाजपा समर्थक पत्रकार के तौर पर रही है। उन्हें पिछले साल पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। वह न्यूज चैनलों पर होनी वाली राजनीतिक बहसों में अक्सर नजर आते हैं और मोदी सरकार के पक्ष में राय जाहिर करते दिखते हैं। भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने साल 2004 लोकसभा चुनाव के दौरान कन्याकुमारी से लेकर अमृतसर तक भारत उदय यात्रा की थी, इस यात्रा के दौरान आडवाणी के साथ उनके रथ पर दासगुप्ता भी थे। साल 2006 में राजनाथ की पुरी से दिल्ली तक की भारत सुरक्षा यात्रा में भी गुप्ता शामिल थे।
मैरी कॉम: मणिपुर की रहने वाली 33 साल की मैरी कॉम पांच बार मुक्केबाजी चैंपियन रह चुकी हैं और सभी छह विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली एकमात्र महिला मुक्केबाज हैं। पूर्वोत्तर राज्यों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मैरी कॉम को मनोनीत किया गया है। मैरी कॉम ने ओलंपिक में मुक्केबाजी में कांस्य पदक जीता था। मैरी मणिपुर की कॉम जनजाति से ताल्लुक रखती हैं। मैरी कॉम एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारत की पहली महिला मुक्केबाज हैं। मैरी ने दीना सेर्तो के साथ मिलकर अपनी जीवनी भी लिखी है। सुरेश गोपीनाथः मलयालम अभिनेता सुरेश गोपी पिछले कुछ सालों से भाजपा के जाने-माने समर्थक रहे हैं। वह मलयालम सिनेमा के मशहूर एक्शन हीरो हैं। उन्होंने कई फिल्मों में ईमानदार पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाई है। करीब 200 फिल्मों में अभिनय करने वाले गोपीनाथ ने कई टीवी शो भी होस्ट किए हैं। इन्हें नेशनल फिल्म अवार्ड और फिल्मफेयर अवार्ड से नवाजा जा चुका है। गोपीनाथ ने अंग्रेजी विषय में मास्टर डिग्री हासिल की है। दक्षिण भारत की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए गोपीनाथ को मनोनीत किया गया है। नैयर जाति से ताल्लुक रखने वाले गोपीनाथ अभी केरल विधानसभा चुनाव में भाजपा के स्टार प्रचारक हैं। उनको मनोनीत करने से भाजपा को केरल में अपने स्थित मजबूत करने में फायदा मिल सकता है।
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