विचारधारा की लड़ाई तो समझी जा सकती है,परन्तु प्रतिशोध के टकराव से पार्टी पर भी पड़ता है,बुरा असर...!!!
2सांसदों से अपनी पारी की शुरुआत करने वाली भाजपा के पास आज 303सांसद हैं,परन्तु पार्टी में अनुशासन हो गया,समाप्त...!!!
2सांसदों से अपनी पारी की शुरुआत करने वाली भाजपा के पास आज 303सांसद हैं,परन्तु पार्टी में अनुशासन हो गया,समाप्त...!!!
विश्व में सबसे बड़ी पार्टी बताने वाली भाजपा प्रतापगढ़ में पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं में इस कदर रार मची है कि वो बड़े-छोटे का सम्मान करना भी गए हैं, भूल। एक ही पार्टी में रहकर एक दूसरे पर कीचड़ उछालने का गुण कोई प्रतापगढ़ के भाजपाइयों से सीखें। अपनी ही पार्टी के संस्थापक सदस्यों पंडित दीनदयाल और श्यामा प्रसाद के नाम से आई डी बनाकर भाजपा और भाजयुमो के सदस्य एक दूसरों को दिखा रहे,नीचा। खुलासा इंडिया जब भाजपा की अंदरूनी कलह उजागर करने की घोषणा की तो मारे डरके आई डी ब्लाक कर फेसबुक से भाग खड़े हुए। अनुशासन की दुहाई देनी वाली भाजपा का शीर्ष नेतृत्व बना हुआ है,अंजान। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भी नहीं कर पा रहा है,अपनों पर कार्रवाई। लोकसभा के चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता को भाजपाईयों को छूट गए थे,पसीने। मोदी के नाम पर जीते हैं,संगम लाल गुप्ता सांसदी का चुनाव। वर्ना भाजपाईयों की चली होती तो पार्टी के उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता को कर देते,नेस्तनाबूत...!!!
भारतीय जनता पार्टी के पार्टी पदाधिकारियों और पार्टी कार्यकर्ताओं की बातों पर यकीन करें तो भाजपा का शीर्ष नेतृत्व जिस तरह प्रतापगढ़ की उम्मीदवारी को प्रतापगढ़ के जिला संगठन पर थोपा गया उससे तो यही लगता है कि भाजपा का यह टिकट बसपा सुप्रीमों मायावती सरीखे किया गया,तय BJP के मंडल अध्यक्ष,बूथ अध्यक्ष एवं पन्ना प्रमुखों को लोकसभा चुनाव में नहीं मिला भाजपा उम्मीदवार से तवज्जों। पूरे चुनाव भाजपा उम्मीदवार को जमकर कोसते रहे और बिना मन के मोदी के नाम पर राष्ट्रवाद की दुहाई देकर शीर्ष नेतृत्व को गतियाते हुए अपने-अपने मतों का भाजपा उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता के पक्ष में मोदी के नाम दबाया ईवीएम की बटन चुनाव सम्पन्न होने के बाद भी नहीं थम रहा भाजपा की आपसी कलह। भाजपा नेताओं को दूसरा भाजपा नेता सोशल मीडिया पर नंगा करने के लिए दिनरात है,उतारू। सवाल उठता है कि अपने को नैतिकताओं वाली पार्टी का दावा करने वाली भाजपा के नेताओं का देश की जनता के लिए दावा किया जा रहा है कि अच्छे दिन आयेंगे। परन्तु भाजपा में रहकर ही भाजपाईयों के बुरे दिन दिख रहे हैं...!!!
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