शहर की अलग-अलग तस्वीरे को देखकर प्रतापगढ़ नगरक्षेत्र के विकास पर हो जाता है,मन प्रसन्न...!!!
प्रतापगढ़। पल्टन बाजार के तिराहे पर शिवमन्दिर का नजारा जहाँ से एक रोड़ सब्जी मंडी होकर पंजाबी मार्केट पहुँचती है तो दूसरी रोड़ बाबागंज गफ्फार पेट्रोल पंप को जाती है। तिराहे से सुमित्रापुरी होते हुए कचेहरी तक जाने वाले प्रमुख मार्ग पर घुटनों से ऊपर तक पानी पहली ही बरसात में भर गया। सड़क के दक्षिणी हिस्से में टक्करगंज वार्ड है और यहाँ से पांचवीं बार सभासद की जिम्मेवारियों का दायित्व छाया श्रीवास्तव निर्वहन कर रही हैं, जो चेयरपर्सन की अति करीबियों में से हैं। दूसरी तरफ मकन्द्रूगंज है, जहाँ से तीन बार 15 साल से सभासद हैं, पंडित ज्ञानेश मिश्र जी जो चेयरपर्सन के अति करीबियों में से हैं। दोनों सभासदों के घर भी इसी सड़क पर स्थित है।
वर्ष-2012 में जब मकन्द्रूगंज वार्ड पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित हो गया तो चेयरपर्सन ने पंडित ज्ञानेश मिश्र को नगरपालिका का शासकीय अधिवक्ता बना दिया। फिलहाल अधिवक्ता के रूप में सारा कार्य दूसरे साथी अजित सिंह ही देखा करते थे। ये महाशय तो चेयरपर्सन की खातिरदारी और उनके आगे पीछे ही घूमने में 5साल बिता दिए। इस सड़क पर विगत 25 सालों से हर बारिश में ऐसे ही जल भराव होता है और यहाँ की धैर्यवान ईश्वर स्वरूप जनता अपना भाग्य विधाता उसी को बार-बार चुनती है। है न जायकेदार टेस्ट। फिर तो ऐसी जनता पर तरस नहीं आना चाहिये। जब जनता को ऐसा ही वातावरण पसन्द है तो दूसरा कोई कर ही क्या सकता है...???
वर्ष-2012 में जब मकन्द्रूगंज वार्ड पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित हो गया तो चेयरपर्सन ने पंडित ज्ञानेश मिश्र को नगरपालिका का शासकीय अधिवक्ता बना दिया। फिलहाल अधिवक्ता के रूप में सारा कार्य दूसरे साथी अजित सिंह ही देखा करते थे। ये महाशय तो चेयरपर्सन की खातिरदारी और उनके आगे पीछे ही घूमने में 5साल बिता दिए। इस सड़क पर विगत 25 सालों से हर बारिश में ऐसे ही जल भराव होता है और यहाँ की धैर्यवान ईश्वर स्वरूप जनता अपना भाग्य विधाता उसी को बार-बार चुनती है। है न जायकेदार टेस्ट। फिर तो ऐसी जनता पर तरस नहीं आना चाहिये। जब जनता को ऐसा ही वातावरण पसन्द है तो दूसरा कोई कर ही क्या सकता है...???
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