मोदी सरकार पर सवालिया निशान ?
अगस्टा हेलीकॉप्टर घूस कांड में इटली की अदालत के फैसले ने केंद्र में काबिज़ मोदी सरकार के कपडे उतारने, उसकी राजनीतिक मक्कारी के मुंह पर से सदाचार की नकाब नोंचने का काम किया है.इस मामले में सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, अहमद पटेल या ऑस्कर फर्नांडिस सरीखे कांग्रेसियों की घूसखोरी का कच्चा चिटठा तो 2013 में ही उजागर हो गया था. लेकिन तब यह सोचकर देश ने संतोष कर लिया था कि जब सरकार बदलेगी तब इन लोगों को सज़ा मिलेगी. लेकिन हुआ क्या.? 2 साल से सरकार की CBI ने इन लोगों से पूछताछ के लिए नोटिस तक नहीं भेजा, कार्रवाई या गिरफ़्तारी की तो बात ही छोडिए.? दो सालों तक इस मामले में क्या कर रही थी सरकार और उसकी जांच एजेंसियां....?अब जब इटली की उच्च अदालत का फैसला आया है तो विदूषकों से भी फूहड़ कुटिल और धूर्त भाव भंगिमाओं के साथ भाजपाई फौज न्यूजचैनलों पर मटक-चमक कर मांग कर रही है कि, कांग्रेस अब सच बताये. मतलब ये कि, आज देश में सरकार भले ही भाजपा की हो लेकिन सच खोजने बताने का ठेका कांग्रेस के पास है और CBI, ED आदि संस्थाएं शायद भाजपाई महाप्रभुओं के लॉन की घास छीलने के काम में लगी है. अगस्त घोटाला अकेली मिसाल नहीं है. NDTV का 5500 करोड़ घोटाला आदि कुछ और उदाहरण हैं....?
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